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यह कैसा मृत्युभोज है ? सन्त दयारामजी महाराज

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य ह कैसा मृत्युभोज है ??? जिस भोजन को रोते हुए बनाया जाता हैजिस भोजन को खाने के लिए रोते हुए  बुलाया जाता हैं जिस भोजन को आँसू बहाते हुए खाया जाता हैं उस भोजन को  मृत्युभोज कहा जाता हैजिस परिवार मे विपदा आई हो उसके साथ इस संकट की घड़ी मे जरूर  खडे़ हो और तन,मन,और घन से सहयोग करे और मृतक भोज का बहिस्कार करे भोजन तभी करना चाहिएजब खिलाने वाले का मन प्रसन्न हो, खाने वाले का मन प्रसन्न हो। लेकिन जब खिलाने वाले एवं खाने वालों दोनो के दिल में दर्द हो, वेदना हो तो ऐसी स्थिति में कदापि भोजन नहीं करना चाहिए यह तेरहवी संस्कार समाज के चन्द चालाक लोगों के दिमाग की उपज हैकिसी भी धर्म ग्रन्थ में मृत्युभोज का विधान नहीं है मृत्युभोज खाने वाले की ऊर्जा नष्ट हो जाती है अर्थात मृत्युभोज शरीर के लिए ऊर्जावान नहीं है इसी लिए महापुरुषों ने मृत्युभोज का जोरदार ढंग से विरोध किया है जिस भोजन बनाने का कृत्य जैसे लकड़ी फाड़ी जाती तो रोकर आटा गूँथा जाता तो रोकर एवं पूड़ी बनाई जाती है तो रोकर यानि हर कृत्य आँसुओं से भीगा। यहाँ तक कि खाना खिलाने वाला खाना खिलाता है आंसू बहा कर और खाना खाने वाला भी खा

प्रेरणादायक उस समय की :- राजस्थान के जालोर जिले के छोटे से गाँव के 2002 के iit-jee के टॉपर डूंगराराम चौधरी की

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प्रेरणादायक :- साल 2002 । जून की गर्मी से उबलता राजस्थान । कोटा शहर में भी बहुत उथल-पुथल थी । उथल पुथल इसलिए क्योंकि IIT का रिजल्ट घोषित होने था । कोटा जो मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी के लिए मशहूर एजुकेशन हब बन चुका था इस बार भी अपने यंहा से ही टॉपर की बाट जोह रहा था । . दोपहर की गर्मी में बंसल क्लासेज ( IIT कोचिंग के लिए जाना पहचान नाम ) में सभी बेसब्री से IIT-JEE 2002 के परिणाम का इंतजार कर रहे थे । सभी छात्र एवं शिक्षक टकटकी लगाकर घड़ी की तरफ देख रहे थे । प्रार्थनाओं और ईश्वर को याद करने का दौर शुरू हो चुका था । शाम के 5 बजते ही परिणाम घोषित हुआ और बंसल क्लासेज ने एक बार फिर सफलता के नए आयाम स्थापित किये और लगभग 2000 के आसपास विद्यार्थी परीक्षा पास कर चुके थे । बंसल क्लासेज को पूरी उम्मीद थी कि इस बार भी टॉपर उनके यही से निकलेगा लेकिन टॉपर का नाम देख बंसल क्लासेस के मैनेजमेंट और स्टूडेंट्स में निराशा छा गयी । IIT-JEE 2002 की इस बार की सूची में नम्बर 1 यानी टॉपर की जगह पर नाम था डूंगरा राम चौधरी का । चौधरी डूंगराराम निवासी जालोर,राजस्थान । . उस समय टेक्नोलॉजी और तकनीक का

आँजणा समाज के गौरव मान शंकरभाई चौधरी चुनाव हार गए सबसे मेहनती मंत्री, गुजरात विधानसभा से विदा करते वक्त उमड़ी भीड़..

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जातिवाद का जहर कितना गन्दा होता है यह खबर पढ़कर आपको पता चल जाएगा, गुजरात विधानसभा चुनाव में जातिवाद में लोग इतने अंधे हो गए कि सबसे बेदाग और मेहनती मंत्री शंकर चौधरी को भी चुनाव हरा दिया, शंकर चौधरी ने बनासकांठा जिले के वाव विधानसभा से चुनाव लड़ा था, वहां पर उनके सामने कांग्रेस पार्टी से गनीबेन नागाजी ठाकोर मैदान में थे, वहां पर OBC जातियों ने कांग्रेस प्रत्याशी के नाम में ठाकोर लगा देखकर उन्हें वोट दिया! जातिवाद के चक्कर में लोग विकास को भूल गए, कांग्रेस प्रत्याशी को 102328 वोट मिले जबकि शंकर चौधरी को 95673 वोट मिले, वे करीब 7 हजार वोटों से चुनाव हारे! आपको बता दें कि शंकर चौधरी गुजरात सरकार में स्वास्थय एवं परिवार कल्याण मंत्री, शहरी विकास मंत्री, पर्यावरण मंत्री और मेडिकल एजुकेशन मंत्री थे. आज चुनाव हारने के बाद उन्होंने राज्यपाल को अपना इस्तीफ़ा सौंपा और जनता से विदा ली! शंकर चौधरी को अपने विधानसभा से विदा करते वक्त उन्हें देखने के लिए हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. हर कोई शंकर चौधरी को एक बार देखने के लिए उतावला हो रहा था, शायद कुछ लोगों को जातिवाद में अंधे होकर उन्हें हराने का पछत

देखें झलकिया:- बहुत ही एेतीहासीक आँजणा समाज मे मिला फैसला हाईकोर्ट जोधपुर , गंगा प्रदेश की पहली ट्रांसजेंडर जो पुलिस महकमे में देंगी सेवाएं

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जालोर जिले के रानीवाड़ा क्षेत्र के जाखड़ी निवासी गंगा कुमारी की आखिरकार न्यायालय में जीत हुई है और जोधपुर हाईकोर्ट से उसे 6 सप्ताह में ज्वाइनिंग के लिए आदेश जारी हुए हैं। इससे पूर्व तक इस ट्रांसजेंडर ने मेहनत के बूते पुलिस विभाग की लिखित और शारीरिक दक्षता परीक्षा उत्तीर्ण की और जालोर जिले से १४८वीं रैंक के साथ पुलिस कांस्टेबल के पद पर चयन हो गया, लेकिन बाद में मामला अटक गया। हालांकि उसके साथ के 207 अभ्यर्थियों का चयन होने के बाद दिसंबर 2015 में नियुक्ति दे दी गई थी। इस मामले में गंगा ने पुलिस विभाग से लेकर मुख्य सचिव और दूसरे आला-अधिकारियों को भी अपनी नियुक्ति के लिए गुहार लगाई, अंत में हाईकोर्ट में सोमवार को उसके पक्ष में यह फैसला हुआ है। विभाग से नहीं मिली राहत, न्यायालय ने दी राहत इस पूरे मामले में विभाग की ओर से गंगा को लगातार गोलमाल जवाब ही मिले। जबकि इस तरह के मामले में सुप्रीम कोर्ट के वर्ष २०१४ में आए एक फैसले के बाद सरकारी भर्ती परीक्षाओं में आवेदन में तीसरा संवर्ग ट्रांसजेंडर को भी शामिल किया गया था। वहीं ट्रांसजेंडर्स के हितों की रक्षा को लेकर राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर ट्रां

बहुत ही एेतीहासीक आँजणा समाज मे मिला फैसला  हाईकोर्ट जोधपुर

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जोधपुर किन्न्नर को मिली HC से बड़ी राहत_HC जस्टिस दिनेश मेहता की कोर्ट से मिली राहत_6 सप्ताह में कांस्टेबल पद पर नियुक्ति के आदेश_जालोर निवासी किन्नर गंगा कुमारी की नियुक्ति के आदेश_नोशनल बेनिफिट साल 2015 से देने के आदेश_प्रदेश में पहली बार किसी किन्नर को दी गई है सरकारी नौकरी ऑजणा समाज कि गगा बेन को मिली नौकरी बहुत बहुत बधाई व शुभकामनाएं जय श्री राजेशवर भगवान की किरपा बनी रहे अपने समाज के ऊपर

देखें झलकिया :- कल चौधरी आँजणा समाज चैनई तमिलनाडु में शिक्षा प्रोत्साहन सम्मान समरोह हुआ छात्र व छात्रों के खिले चेहरे

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कल चौधरी आँजणा समाज  चैनई तमिलनाडु में शिक्षा प्रोत्साहन सम्मान समरोह हुआ  चैनाई साहुकारपेट श्री राजेश्चवर भवन मे  प्रतिभावन विद्यार्थियों प्रोहत्साहन समारोह कल रविवार को सम्पन्न हुआ जिसमें मुख्य अतिथि जालोर जिले के भीनमाल SDM साहब श्रीमान दौलतराम जी ओर विशिष्ट अतिथि श्रीमान बालुरामजी अधिवक्ता भीनमाल शरीक हुऐ । समाज के होनहार ऐक सो सत्तरह विद्यार्थियों को प्रणाम पत्र व सिलवर मेडल से समानती हुऐ विधाथियो द्वारा कविता,देश भक्ती गीत योगा  सांस्कृतिक डांस मे भी भाग लिया   शिक्षा समिती के अधयक्षः डॉ नरसीराम,  सदस्यःःराणाराम, नरीगारामजी, हनुमानराम , गेनाराम भारताराम, जोताराम, नरसाराम, चेलाराम, जीवनराम, जैसाराम, जोगाराम, रतनाराम, मनाराम, थानाराम, बुधाराम, मागीलाल, व दिनेश चौधरी चौधरी आँजणा समाज शिक्षा समिती चैनाई

देखें झलकियां:- महाराज श्री प्रभूराम जी को आज समाधि दि गई गुरूदेव श्री राजारामजी मन्दिर फरेड़ि पो भेडाणा

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#बाड़मेर। आज गुड़ामालानी भेड़ाना निकाटवर्ति गाँव फ्रेडी पो महाराज श्री प्रभूराम जी को आज समाधि दि गई गुरूदेव श्री राजारामजी मन्दिर फरेड़ि पो भेडाणा बड़े दुख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि हमारे *संत श्री राजाराम आश्रम फरेङी पाऊ (भेड़ाना)के महाराज नगाराम जी के शिष्य श्री नगारामजी उन्डरी वाले हाल ही सेवारत आश्रम में थे* महाराज श्री टूकिया गांव के पास में बहने वाली लूणी नदी मे गिर गये थे  कल दिनांक 08.08.2017 रात 5:00 बजे से अभी तब 4:00 बजे पर करीबन 23 घंटे के बाद मिली लाश निजी तैराको की सहायता से बॉडी को ढुढ पाये